मुझे कुछ नहीं चाहिए, बस शांति से जीने दिया जाए

 मारपीट व कमाई छीनने से परेशान एक बड़े भाई की गुहार

पीडित : थानसिंह (42)
बैस्ट रिपोर्टर न्यूज, जयपुर (अनिल यादव) । छोटे भाई की मारपीट एवं कमाई छीनने से परेशान एक बड़े भाई ने बैस्ट रिपोर्टर कार्यालय आकर अपना दर्द साझा किया । करौली के हिंडौन थाना क्षेत्र के फुलवाड़ा गांव के रहने वाले थानसिंह (42) जोकि शारीरिक रूप से बेहद कमजोर है, अनपढ़ तथा अविवाहित है, ने बैस्ट रिपोर्टर को बताया कि उसका विवाहित छोटा भाई लक्ष्मीनारायण उर्फ लच्छी पुत्र स्व.मिश्रानाथ योगी उसके साथ मारपीट करता है और मारपीट कर उसकी सारी कमाई छीन लेता है। कुछ समय पूर्व लच्छी ने उसके सामने के उपर के दो दांत भी तोड़ दिए थे परन्तु लोकलाज व मां के समझाने पर उसने पुलिस कार्यवाही नहीं की। 

थानसिंह ने बताया कि उसका छोटा भाई अपनी माँ से भी मारपीट करता है तथा दबंगों (जगन्नाथ,समंदर,सत्यनाथ) के साथ मिलकर उनकी पुश्तैनी रिहाईश (पाटौल) के एक हिस्से को बेचकर उसे बेघर करना चाहता है । थानसिंह के अनुसार वो अपने छोटे भाई की मारपीट से इतना आतंकित रहता है कि महीनों तक घर जाने की बजाय इधर उधर भटकता रहता है। 

पुलिस हस्तक्षेप चाहने की मंशा के प्रश्न पर थानसिंह ने कहा कि वो तो सिर्फ इतना चाहता है कि उसका छोटा भाई उससे मारपीट ना करे, उसके पैसे ना छीने और उसे उसके हिस्से की रिहाईश (पाटौल) में स्वतंत्र रूप से रहने दे । थानसिंह ने पुलिस व प्रशासन से अपील की है कि वो उसे अपने छोटे भाई 'लक्ष्मीनारायण उर्फ लच्छी की मारपीट व आतंक से निजाद दिलाए तथा उसे अपने ही घर से बेघर होने से बचाए ।

उल्लेखनीय है कि थानसिंह का इसी 15 जुलाई 2024 को एक्सीडेट हो गया था जिसमें उसकी हँसली (गले के पास वाली पसली) टूट गई थी, दुर्घटना के बाद असहाय स्थिति में देखकर उसके छोटे भाई ने उसके बैंक में जमा एक लाख रूपए मांगे तथा मना करने पर 24 जुलाई को घर से बाहर निकाल दिया, तब से ख़बर लिखे जाने तक थानसिंह अस्वस्थ व दयनीय हालत में दर—दर की ठोकरें खा रहा है।  

पीडित की ओर से 'बैस्ट रिपोर्टर'न्यूज जिला प्रशासन व पुलिस से मांग करता है कि वो मामले में मानवीय व संवेदनशील नजरिए से हस्तक्षेप कर पीड़ित को राहत दिलाए तथा आतंकित करने वाले व्यक्ति लक्ष्मीनाराण उर्फ लच्छी को कठोर चेतावनी देकर पाबंद करने से लेकर सभी आवश्यक कानूनी कदम उठाए ताकि भविष्य में असहाय व निर्दोष थानसिंह के साथ किसी भी प्रकार की​ हिंसक घटना की पुनर्रावृत्ति ना हो सके। 


------------