जेईई-मेन में एलन जयपुर के यशनील रहे सिटी टाॅपर
एलन जयपुर के मेंटोर और सीएओ सीआर चैधरी ने बताया कि अब तक देखे गए परिणामों में एलन स्टूडेंट नील कृष्ण ने आल इंडिया टाॅप किया है। इसके साथ ही टाॅप-5 में एलन के 3 स्टूडेंट्स ने स्थान प्राप्त किया। वहीं एलन जयपुर के टाॅप-150 में एलन जयपुर के तीन स्टूडेंट्स रहे हैं। यशनील रावत ने 100 पर्सेन्टाइल के साथ आल इंडिया रैंक-45 प्राप्त कर सिटी टाॅपर रहे । इसके साथ ही सक्षम खंडेलवाल ने एआईआर-117 प्राप्त कर दूसरे सिटी टाॅपर तथा पलाक्ष गोयल रैंक 122 के साथ तीसरे सिटी टाॅपर रहे । ख़ास बात यह रही कि एलन जयपुर के 14 स्टूडेंट्स ने 99 से अधिक पर्सेन्टाइल स्कोर किया है।
श्री चौधरी ने बताया कि एलन जयपुर के टाॅप-500 में 6, टाॅप-1000 में 14, टाॅप-1500 में 23, टाॅप-2000 में 32, ऑफ-3000 में 54, टाॅप-5000 में 76, टाॅप-10000 में 135 स्टूडेंट्स शामिल हैं ।और नेशनल रिजल्ट्स में एलन के दो वर्ष से क्लासरूम स्टूडेंट नीलकृष्ण ने आल इंडिया टाॅप किया है। वहीं रैंक-2 पर भी एलन के क्लासरूम स्टूडेंट दक्षेस संजय मिश्रा व रैंक-4 पर भी एलन के क्लासरूम स्टूडेंट आदित्य कुमार रहे। इसके साथ ही टाॅप-100 में 34 स्टूडेंट्स ने स्थान बनाया है। 19 स्टूडेंट्स ने ओवरआल 100 पर्सेन्टाइल स्कोर किया है। उल्लेखनीय है कि 100 पर्सेन्टाइल प्राप्त करने वालों में नीलकृष्ण, दक्षेश मिश्रा, आदित्य कुमार, मोहम्मद सुफियान, हिमांशु, अक्षत चपलोत, मीतविक्रम भाई, प्रियांश प्रांजल, हिमांशु यादव, सनवी जैन, सायना सिन्हा, विषारद श्रीवास्तव, सायना, विनित मुकुंद, हर्षल कानानी, यशनील रावत, इशान गुप्ता, प्रवण पाटिल, अर्चित राहुल तथा आदेशवीर सिंह शामिल हैं।
एलन के रेगुलर क्लासरूम स्टूडेंट नीलकृष्णा ने जेईई-मेन में आल इंडिया रैंक-01 प्राप्त की है। किसान परिवार के बेटे नील ने इससे पहले जेईई-मेन जनवरी में 100 पर्सेन्टाइल स्कोर एवं परफेक्ट स्कोर 300 में से 300 अंक हासिल किए हैं। नील ने बताया कि बचपन अकोला के नजदीक वाशिन जिले के बेलखेड़ में बीता;यहां कक्षा 4 तक पढ़ने के बाद कक्षा 5 से 10 तक जेसीआई स्कूल कांरजलाड में पढ़ा, फिर 11वीं में एलन में एडमिशन लिया। पिता किसान हैं और परिवार खेती पर निर्भर है। परिवार के सामने आर्थिक चुनौतियां भी रही हैं। एलन में एडमिशन लिया तो 75 प्रतिशत स्काॅलरशिप मिली इसी कारण मैं जेईई की तैयारी में आगे बढ़ सका। पापा-मम्मी ने मेरी पढ़ाई जारी रखने के लिए अपनी कई जरूरतें पूरी नहीं की। हमेशा मुझे मोटिवेट भी किया। कई बार टेस्ट में नम्बर कम आते तो मुझे हिम्मत देते और अगले की तैयारी अच्छी करने के लिए समझाते। मुझे फिजिक्स में रिसर्च में जाना है, इसीलिए मैंने जेईई टारगेट किया है। सब्जेक्ट वाइज तैयारी की बात करें तो मैं फिजिक्स क्लास नोट्स को रेफरेंस की तरह लेते हुए पढ़ता हूं। फिजिकल कैमेस्ट्री को भी ऐसे ही पढ़ता हूं। इनआर्गेनिक कैमेस्ट्री को नोट्स रिव्यू करके और आर्गेनिक कैमेस्ट्री नोट्स और प्रोब्लम साॅल्व करके सीखता हूं। मैथ्स में प्रेक्टिस ज्यादा से ज्यादा होनी चाहिए। एक स्टूडेंट को ज्यादा से ज्यादा जानने की इच्छा रखनी चाहिए और जब तक सवाल का हल समझ नहीं आ जाता तब तक पूछते रहना चाहिए। पूछने में शर्म नहीं करनी चाहिए। रोजाना 10 से 12 घंटे सेल्फ स्टडी करता हूं। अब जेईई एडवांस्ड पर पूरा फोकस है। आईआईटी मुंबई की सीएस ब्रांच से बीटेक करना चाहता हूं।
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