कार्यक्रम की शुरुआत धन्वन्तरी वन्दना से हुई । उसके उपरांत क्रिया शारीर विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सी. आर. यादव से आगंतुक अतीथियों का साफा, शाल एवं पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। इसके उपरांत प्रो. सी. आर. यादव ने स्वागत भाषण देते हुए सभी का कार्यक्रम में स्वागत किया ।
उद्धघाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुये संस्थान के माननीय कुलपति प्रो. संजीव शर्मा ने सभी प्रतिभागियों एवं विषय विशेषज्ञों का स्वागत करते हुये अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की । साथ ही प्रो. शर्मा ने विभाग की विभिन्न गतिविधियों की सराहना करते हुए विभाग की उल्लेखनीय शैक्षणिक, नैदानिक एवं अनुसंधानात्मक गति विधियों की चर्चा की ।
आज के वैज्ञानिक सत्रों में प्रो. नन्द किशोर दाधीच, उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय देहरादून ने रस-रक्तादि धातुओं के सब्जेक्टिव एवं ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया एवं उपधातु विषय पर अपना वैज्ञानिक विवेचन प्रस्तुत किया।
आज के दूसरे सत्र में प्रो. प्रेम चन्द मंगल, कुरुक्षेत्र आयुष विश्वविद्यालय हरियाणा के विषय विशेषज्ञों ने पित्त दोष एवं ओज के सिद्धांत का वैज्ञानिक एवं तर्कपूर्ण विवेचन किया ।
सभी सत्रों के सम्यक संचालन में विभागीय संकाय सदस्यों डा. महेन्द्र प्रसाद, डा. सारिका यादव, डा. भानू प्रताप सिंह एवं डा. रश्मि गुरव एवं विभागीय पी.जी./ पी. एच. डी. अध्येताओं का विशेष योगदान रहा ।