क्षेत्र में कार्यरत अम्बुजा सीमेंट फॉउंडेशन आसपास के गाँवों में रहने वाली महिलाओं को आर्थिक रूप से संबल करने के लक्ष्य साथ जागरूकता अभियान चला रहा है। इसके अंतगर्त अम्बुजा टीम इन महिलाओं को केन्द्र सरकार एंव राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के प्रति जागरूक कर उन्हें योजनाओं का लाभ उठाने में मदद करती है। आज इस संगठन में आसपास की 5 ग्राम पंचायत के 11 गांवों-ढाणियों में ऐसे 60 स्वंय सहायता समूह बन गए जिसमें महिला समूह के पास करीब ₹ 25 लाख की जमा पूंजी है । अब महिलाएं अपने समूह की सदस्यों को घरेलू जरूरतों, कृषि, पशुपालन, किराणा व सब्जी की दुकान, तेल, आटा चक्की उद्योग, सिलाई व पार्लर एंव बेरोजगार बच्चों का कौशल उधमिता गतिविधियों हेतु ऋण भी दे रही है। अम्बुजा सीमेन्ट फाउण्डेशन के सहयोग से इन महिलाओं ने लगभग 10 लाख रिवाॅल्विंग फण्ड प्राप्त कर कोविड प्रभावित परिवारों को कस्तूरबा महिला विकास समिति से लोन देने का कार्य किया है।
इस संगठन के माध्यम से महिलाओं को छोटी छोटी जरूरतों को पूरा करने के लिय अब साहूकार से ऋण लेने की जरूरत नही पडती है और विभिन्न आजीविका सम्बंधित गतिविधियों के लिये भी ऋण उपलब्ध हो जाता है । महिला सशक्तिकरण हेतु कस्तूरबा घाणी फ्रेश अचार के नाम से एक उद्यम स्थापित किया जिसमें क्षेत्र की महिलाओं को अम्बुजा सीमेन्ट फाउण्डेशन राबडियावास के सहयोग से अचार बनाने के पांच दिवसीय प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया । प्रशिक्षणोप्रांत महिलायें अपने घर पर अचार बना उन्हें कस्तूरबा महिला विकास समिति के माध्यम से बेच कर 2000-2500 तक की अतिरिक्त मासिक आमदनी कमा रही है ।
कस्तूरबा महिला विकास समिति राबडियावास ने क्षेत्र की महिलाओं को आर्थिक रूप से संबल करने के साथ साथ ग्रामीण महिलाओं को राज्य सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्य बीमा योजना, खाध सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री वृ़द्धजन सम्मान पेंशन इत्यादि योजनाओं से जुड़ने में भी सहायता की। केन्द्र सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीामा योजना इत्यादी योजनाओं के बारे में जागरूक कर क्षेत्र की महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा भी प्रदान की गयी ।