लीड की स्टूडेंट चैम्पियनशिप राष्ट्रीय स्तर पर एक्सपोजर देने और सर्वांगीण विकास के लिये एक प्लेटफॉर्म देती है, खासकर गैर-महानगरी शहरों में, जहाँ स्कूली विद्यार्थियों की पहुँच आमतौर पर ऐसे अवसरों तक नहीं होती है। 2021 का संस्करण चार श्रेणियों में विभिन्न आयु समूहों के विद्यार्थियों के लिये खुला था: ‘इंग्लिश चैम्प्स’, ‘साइंस चैम्प्स’, ‘क्विज़ चैम्प्स’ और ‘लिटिल चैम्प्स’। लीड विद्यार्थियों को रचनात्मक चिंतन, पठन, श्रवण, समझ और विज्ञान-आधारित अवधारणाओं का प्रयोग कर अपनी कुशलताओं का अभ्यास और प्रदर्शन करने के लिये प्रेरित करता है। इस तरह, लीड केवल पाठ्यक्रम-आधारित मूल्यांकनों पर नहीं बल्कि विद्यार्थियों की पढ़ाई के व्यापक परिणामों पर केन्द्रित है।
कैम्ब्रिज प्राइमरी स्कूल (जयपुर) की यशिका जैन ‘इंग्लिश चैम्प्स- जूनियर’ श्रेणी में विजेता बनीं।
लीड के सह-संस्थापक एवं सीईओ सुमीत मेहता ने कहा, “मैं लीड चैम्पियनशिप 2021 के सभी प्रतिभागियों को उनकी कड़ी मेहनत और राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शन के लिये बधाई देता हूँ। लीड के साथ, अब छोटे कस्बों और किफायती स्कूलों के विद्यार्थियों को ऐसे मौके मिलते हैं, जो अन्यथा उनके लिये कभी उपलब्ध नहीं होते।
लीड चैम्पियनशिप्स 2021 के विजेता 10 लाख रुपये तक के रोमांचक इनामों के अलावा अत्यंत प्रतिष्ठित लीड चैम्पियनशिप ट्रॉफी के हकदार भी बने। हर विजेता को एक टैबलेट, एक ट्रॉफी, विनर बैज, प्रमाणपत्र और गुडी बॉक्स मिला, जबकि प्रत्येक उपविजेता ने एक ट्रॉफी के साथ एक किंडल, एक बैज, एक गुडी बॉक्स और एक प्रमाणपत्र प्राप्त किया। इसके अलावा, विजेता स्कूलों का ट्रॉफीज से अभिनंदन भी किया गया।
कैम्ब्रिज प्राइमरी स्कूल, जयपुर की यशिका जैन ने कहा, “ग्रैण्ड फिनाले मेरी जिन्दगी का सबसे यादगार दिन था। उस दिन मैं राष्ट्रीय स्तर की एक प्रतियोगिता की विजेता बनी। मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि मैं लीड चैम्पियनशिप की विजेता बनूंगी।
कैम्ब्रिज प्राइमरी स्कूल, जयपुर की डायरेक्टर सुनीता शर्मा ने कहा, “शिक्षा का मतलब केवल भविष्य की नौकरी के लिये ज्ञान देने से नहीं है, बल्कि यह जीवनभर चलने वाली प्रक्रिया है, जो नैतिक मूल्यों की समझ का निर्माण करती है, ताकि आपके जीवन का सही रास्ते पर चलने के लिये मार्गदर्शन हो सके।
यशिका के पिता मनीष जैन ने कहा, “ईश्वर की कृपा से जब हमारी बेटी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता की विजेता बनी, तब हमें बहुत गर्व का अनुभव हुआ। इस प्रतियोगिता के लिये हमारी बेटी यशिका जैन ने बहुत कड़ी मेहनत की थी। इस सफलता में सबसे बड़ा योगदान कैम्ब्रिज प्राइमरी स्कूल का है, जो कि लीड से जुड़ा है।